Sunday, August 29, 2010

seoni aajkal

 कहा गया बचपन ? कहा गया बालविकास कानून ? कहा गया श्रम विभाग ? तो फिर सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत करोड़ों रुपये बच्चों के नाम से स्वास्थ और पढाई एवं  उनके  विकास के लिए खर्च कर दिए जाते हैं . परंतू विकास आज भी अधूरा है

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